गुरुवार, 3 नवंबर 2011

डिजिटल, अनालोग एवं हाइब्रिड कंप्यूटर


डिजिटल युक्ति साधन पृथक परिमाणों को मापती एवं दर्शाती है| अधिकतम घडियां, उदाहरणतया, प्रकृति से ‘एनालोग’ होती है और उनकी काँटे जो निरंतर अनुक्रम में उसी प्रकार घूमते है जैसे गतिमापी यन्त्र (Speedometer) की सुइयां | डिजिटल घडियां, फिर भी, पृथक से संज्याओ को दर्शाती है जो समय के प्रतीक है| संख्या या तो वहाँ रहती है या यह न भी हो, वें स्वतः अपने आप उचित स्तिथी पर आवाज करती है| तथ्य तो यह है कि अधिकतम डिजिटल युक्ति साधनों से पीछे है| उनके घूमने के नियमों (Slide rule) के लिए उनकी औचित्यपूर्ण तुलना कि जा सकती है| यह तुलना एनालोग और जेबी कैलकुलेटर, जो डिजिटल होते है, में कि जा सकती है|

डिजिटल युक्ति साधन सुचना को ऐकिक रूप यथा पत्रों, प्रतीकों अथवा संख्याओ में स्वीकार करते है| ये कम्प्युटर प्रयोगकर्ता कि इच्छानुसार किसी भी वस्तु का प्रतिनिधित्व कर सकते है| सभी गणनाएं और तमाम आगम सामग्री का प्रक्रम डिजिटल कम्प्युटर पर किया जाता है| इसीलिए, यह सामान्य मंतव्यो के लिए कम्प्युटर है जो साधारणतया सूचना के प्रक्रम के लिए उपयुक्त है|

‘संमिश्र’ (Hybrid) कम्प्युटर का विकास एनालोग एवं डिजिटल युक्ति साधन यंत्रो का दोनों के गुणों का लाभ उठाने के लिए किया गया है| विशिष्टतया, एनालोग कम्प्युटर भौतिक परिमाणों का माप करेगा जिस में ताप एवं दबाव शामिल है और फिर ये डाटा डिजिटल कम्प्युटरो के लिए पुनर्प्रचालित हो जाता है| ये डिजिटल कंप्यूटर अपनी जयादा गति और परिशुद्धि के कारण, डाटा सम्बंधी सांख्यिकी संगणना के कार्य को सरलता से कर सकते है| फिर आउटपुट को सहज रूप से उन लोगो के लिए दर्शाया जा सकता है जो उस संक्रिया को करने अथवा उसके मोनिटरिंग में लगे हुए है|

क्योकि उन में प्रतीक प्रकलन कि विलक्षण क्षमता होती है इसलिए डिजिटल कम्प्युटर व्यावहारिक सुचना विज्ञानं में अन्य प्रकार के कंप्युटरों की अपेक्षा ज्यादा महत्वपूर्ण है| और जब हम कम्प्यूटरो की बात करेंगे, ये डिजिटल कम्प्यूटरो की ओर ही संकेत होगा|

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